सतपुली, स्यूंसी झील से होगा क्षेत्र का कायाकल्पः महाराज
देहरादून/पौड़ी। कांग्रेस उत्तराखंड के विकास में सबसे बड़ी बाधक रही है। सत्ता में रहते हुए उसने कभी भी राज्य के पिछड़ेपन को दूर करने की चिंता नहीं की। जबकि भाजपा सरकार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में लगातार विकास कार्य किए जा रहे हैं। उक्त बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, आध्यात्मिक गुरु और चौबट्टाखाल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को मतदाताओं से जनसम्पर्क करते हुए कही। उन्होने में जनसम्पर्क के दौरान विधानसभा क्षेत्र में बरसात और बर्फबारी के बाद कई स्थानों पर बिजली एवं पानी की लाईनें अवरूद्ध होने पर विभागीय अधिकारियों को उन्हें तुरन्त दुरुस्त कर सुचारू करने के निर्देश भी दिए।
भाजपा प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को पोखड़ा मण्डल के अन्तर्गत गिवाली भेटी, ओडगांव, बौन्दर, दलमाणा, जयखाल और गडोली आदि क्षेत्रों में जनसम्पर्क कर भाजपा सरकार में किए गए विकास कार्यों की जानकारी देते हुए 14 फरवरी को कमल के फूल का बटन दबाने की अपील की।
श्री महाराज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार में राज्य में अनेक विकास कार्य किए। उनके कार्यकाल में विधानसभा क्षेत्र में कई सड़कों पुनर्निर्माण एवं डामरीकरण किया गया।1084.84 लाख की लागत की 5 लिफ्ट सिंचाई योजनाएं के साथ साथ 13655.57 लाख की 6 पंपिंग पेयजल योजनाओं की स्वीकृति मिल चुकी है। 116.43 करोड़ की सतपुली और 48.24 करोड़ की स्यूंसी झील ये दोनों ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिनसे चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र का निश्चित रूप से कायाकल्प होगा। जनसंपर्क के दौरान भाजपा में विश्वास व्यक्त करते हुए सतपाल महाराज के नेतृत्व में आज ग्राम बौन्दर एवं नाई के अनेक कांग्रेस कार्यकर्ताओं भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा में शामिल होने वालों में बौन्दर गांव के प्रेम सिंह, राजे सिंह, ठाकुर सिंह, बीरेन्द्र सिंह, भुपन्द्र सिंह, आनन्द सिंह, अरविंद सिंह, भूप सिंह, तेजपाल सिंह, रोशनी देवी, जसपाल सिंह एवं नाई गाँव के गोदाम्बरी देवी, गोकुल सिंह रावत, शिवानी रावत, कंचन रावत, मोनिका, निशा रावत, सिमरन रावत, गीता गुंसाई, श्रुति रावत, पूजा रावत, मंगल सिंह आदि शामिल थे।
सतपाल महाराज की पत्नी और पूर्व मंत्री अमृता रावत ने एक ओर एकेश्वर मण्डल के इठुण, पिपली, सन्यू और झंगरबौ में तो उनके जेष्ठ पुत्र श्रद्धेय रावत ने बखरोडी, पडियारधार, चिफल दुंगी, राजखील, बुरासी, पोखरी, कुल्हाड़ और हटुड़खोली में जनसम्पर्क किया। वहीं उनके छोटे पुत्र सुयश रावत ने भी एकेश्वर मण्डल के कोयलगांव, दहेली, तलगल, नन्दोली, कगथून, ईडामल्ला, ईडातल्ला और नौगांवखाल में जनसम्पर्क अपने पिता के लिए बोट मांगे। इस दौरान सभी स्थानों पर भाजपा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी भी इस दौरान उनके साथ मौजूद रहे।