वार्षिक प्रणाली वाले छात्रों को विश्वविद्यालय ने दिया परीक्षा उत्तीर्ण करने का एक और अवसर
हरिद्वार। एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि ऐसे समस्त छात्र-छात्रा जो हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय, श्रीनगर की स्नातक तृतीय वर्ष वार्षिक प्रणाली की परीक्षाध्अंक सुधार परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हुए हैं तथा जिनके नामांकन को 06 वर्ष पूर्ण नहीं हुए हैं, (नामांकन वर्ष 2014-15 तक के समस्त छात्रा-छात्रा), ऐसे छात्र-छात्रा को विश्वविद्यालय द्वारा अन्तिम अवसर प्रदान किया जाता है वे दिनांक 30 दिसम्बर, 2020 तक विश्वविद्यालय की वेबसाईट से आवेदन पत्र निकालकर सम्बन्धित महाविद्यालय में निर्धारित शुल्क के साथ आफलाईन जमा करा सकते हैं। अन्तिम तिथि के पश्चात आवेदन पत्र विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित विलम्ब शुल्क के साथ जमा किया जायेगा।
प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि जिनकी बी.ए. अथवा बी.काॅम. द्वितीय अथवा तृतीय वर्ष में पर्यावरण विज्ञान तथा बी.काॅम. द्वितीय, तृतीय वर्ष में एलीमेंट्री बुक कीपिंग की परीक्षा उत्तीर्ण नहीं हुई है, ऐसे छात्र पर्यावरण विज्ञान अथवा एलीमेंट्री की परीक्षा देने हेतु आवेदन पत्रा के साथ निर्धारित शुल्क के साथ महाविद्यालय में दिनांक 30 दिसम्बर, 2020 तक जमा करा सकते हैं। डाॅ. बत्रा ने बताया कि पर्यावरण विज्ञान अथवा एलीमेंट्री बुक कीपिंग की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् ही सम्बन्धित छात्र-छात्रा को उक्त कक्षा की उपाधि प्राप्त हो सकेगी। अतः जिनकी उक्त परीक्षा किसी कारणवश अभी तक उत्तीर्ण नहीं हुई है वो तुरन्त पर्यावरण विज्ञान अथवा एलीमेंट्री बुक कीपिंग की परीक्षा देने हेतु महाविद्यालय में अपना आवेदन-पत्र जमा करा दे। निर्धारित तिथि तक आवेदन पत्र जमा न करने पर समस्त उत्तरदायित्व सम्बन्धित छात्र-छात्रा का होगा। उन्होंने बताया कि ऐसे समस्त छात्र-छात्राओं की परीक्षा गत वर्ष की भांति बिड़ला परिसर, श्रीनगर में ही आयोजित की जायेगी। प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने विश्वविद्यालय को धन्यवाद प्रेषित करते हुए बताया कि छात्र-छात्राओं को अब अपनी प्रोविजनल डिग्री प्रमाण-पत्र हेतु परेशान नहीं होना पड़ेगा, जिन छात्र-छात्राओं ने सत्र 2015-16 के पश्चात् सीबीसीएस प्रणाली के अन्तर्गत स्नातक अथवा स्नातकोत्तर कक्षाओं में अपना नामांकन करवाया है तथा उनकी परीक्षा उत्तीर्ण हो चुकी है, ऐसे छात्र विश्वविद्यालय की बेबसाईट पर जाकर निर्धारित शुल्क जमा करके अपना प्रोविजनल प्रमाण-पत्र आॅनलाईन निकाल सकते हैं।