अलीगढ़ में ढाई वर्षीया मासूम की हत्या के चारों आरोपित गिरफ्तार, वकीलों ने आरोपियों का केस न लड़ने का लिया बड़ा फैसला
अलीगढ़। तालानगरी अलीगढ़ में ढाई वर्ष की बच्ची की हत्या के मामले में आज पुलिस ने हत्या के आरोपी दो अन्य लोगों को भी आज गिरफ्तार कर लिया है। अब चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। उत्तर प्रदेश को हिला देने वाले इस हत्याकांड में आज आरोपी पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जाहिद ने बालिका के पिता से रुपये उधार लिए थे। वापस न करने पर हुए अपमान का बदला लेने पर बालिका का हत्या कर दी थी। बालिका की हत्या में शामिल जाहिद तथा उसके साथी को पुलिस ने गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। आज असलम के भाई मेहंदी हसन को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद करीब डेढ़ बजे जाहिद की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया। जब बच्ची का शव मिला, तो मेहंदी मौके से फरार हो गया था। भागते वक्त मेहंदी ने कहा था जिसको जो करना है कर लो। अब इस केस में एसआईटी जांच में बड़ा खुलासा सामने आया है। बच्ची के परिवार से बदला लेने के लिए जाहिद और असलम ने मासूम की हत्या की थी, जबकि मेहंदी और उसकी पत्नी ने हत्या करने वाले आरोपियों की मदद की थी। जाहिद की पत्नी के दुपट्टे में ही बच्ची का शव रखा गया था। जाहिद के घर फ्रिज एक दम साफ सुथरा मिला। पुलिस सम्भावना जता रही है कि बालिका की हत्या के बाद शव फ्रिज में शव रखने की तैयारी थी । पुलिस सभी बिंदुओं को लेकर अब जाहिद की पत्नी और भाई मेहंदी हसन से पूछताछ कर रही है। पुलिस मेंहदी हसन से पूछताछ में जुटी हुई है। मेंहदी पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है। जिस दिन मासूम बच्ची का शव मिला, उसी दिन लोगों ने मेंहदी की जमकर पिटाई की थी। जिसके बाद से वो फरार हो गया था। इससे पहले पुलिस ने दो आरोपियों जाहिद और असलम को गिरफ्तार किया था। मेंहदी हसन आरोपी जाहिद का भाई है।
वकील पीडि़त परिवार के साथ, नहीं लड़ेंगे आरोपितों का केस अलीगढ़ में वकीलों ने पीडि़त बच्ची के परिवार का साथ देने का फैसला किया है। अलीगढ़ बार एसोसिएशन ने ऐलान किया है कि कोई भी वकील इस मामले के आरोपितों का केस नहीं लड़ेगा।
जाहिद जुआरी और असलम हत्यारा इससे पहले मोहम्मद जाहिद और मोहम्मद असलम को लेकर बड़ा खुलासा हुआ। मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाला मोहम्मद जाहिद एक अच्छा खासा जुआरी है। उसके दोस्त उसे सट्टा किंग के नाम से भी बुलाते हैं। वहीं मामले में एक और आरोपी मोहम्मद असलम बच्ची की बेरहमी से हत्या करने से पहले और भी कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। उसे पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। उसे अपनी रिश्तेदार की बच्ची के साथ यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। असलम को 2014 में इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। दूसरा मामला दिल्ली के गोकुलपुरी का है। उस पर 2017 में छेड़छाड़ और अपहरण का मामला दर्ज हुआ था। इतना ही नहीं उसने करीब एक साल पहले अपनी पत्नी की पिटाई की थी। लोगों ने बीच बचाव किया था।
डीजीपी दफ्तर लेता रहा पल-पल खबर टप्पल कांड को लेकर डीजीपी दफ्तर भी पल-पल की खबरें जुटाता रहा। एसएसपी स्तर से बालिका की हत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लेकर पूरे घटनाक्रम से शासन को अवगत कराया जाता रहा। मीडिया ट्रायल के साथ ही सोशल मीडिया पर राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के लोगों में बढ़ते आक्रोश को देखकर पुलिस ने एसआइटी जांच, एनएसए व पॉक्सो एक्ट की कार्रवाई की घोषणा की है।
मां बोली, अपने व बाबा के घर के अलावा कहीं जाती ही नहीं थी पुलिस ने बच्ची की हत्या का भले ही पर्दाफाश करने का दावा किया हो, लेकिन परिजनों के मन में आज भी तमाम सवाल हैं। बच्ची अपने मकान से नहीं, बाबा के मकान से गायब हुई थी। पुलिस ने दावा किया था कि वह खेलते हुई हत्यारोपित जाहिद के घर पहुंची थी। 30 मई को बच्ची नहाने के बाद करीब साढ़े आठ बजे अपने घर से निकली थी। चंद कदम दूरी पर उसके परिवार के बाबा का घर है। बच्ची की मां ने बताया कि इन दो घरों के अलावा वह कहीं नहीं जाती थी। बाबा के घर का एक दरवाजा पीछे की ओर खुलता है,जो आम रास्ता है। इसी दरवाजे के पास वह खेल रही थी, जिसे उसकी दादी व अपने अन्य परिजनों ने देखा थ। कुछ देर बाद ही गायब हो गई। 12 बजे तक उसे तलाश किया गया, लेकिन नहीं मिली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तहरीर तो ले ली, लेकिन गुमशुदगी दर्ज नहीं की। अगले दिन गुमशुदगी दर्ज की। पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश कर बताया था कि बच्ची खेलते हुए जाहिद के घर पहुंची थी। जहां से उसे बिस्कुट के बहाने अपने घर में ले गया। बच्ची की मां व पिता ने कहा कि जो भी हुआ हो, हमें न्याय चाहिए।