अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं महामंत्री से ने मुख्यमंत्री भेंट कर आगामी कुम्भ मेले से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में की चर्चा
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से रविवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं महामंत्री ने भेंट कर आगामी कुम्भ मेले से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में चर्चा की। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने अखाड़ा परिषद से कुम्भ मेले के भव्य आयोजन के लिये अपने सुझावों से अवगत कराने की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सम्बन्ध में दिसम्बर के दूसरे सप्ताह में सभी संत महात्माओं के साथ भी बैठक आयोजित की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि आगामी अक्टूबर 2020 तक सभी आवश्यक व्यवस्थायें पूर्ण कर ली जायेंगी, जो भी कुम्भ मेले में आवश्यक स्थायी निर्माण कार्य होने हैं उनके टेंडर कर दिये हैं। स्नान पर्वों पर अखाड़ों की सुगमता के लिये भी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायेगी। इसमें सभी की सहभागिता एवं सहमति से व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भव्य आयोजन में प्रधानमंत्री के साथ ही केन्द्रीय गृह एवं अन्य मंत्रियों को आमंत्रित किया जायेगा। इसके साथ ही सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को, प्रवासी भारतीयों को भी इसमें सहभागी बनाने के प्रयास किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने अखाड़ा परिषद से कांवड मेले में आवश्यक व्यवस्था बनाने तथा कांवडियों के अधिक संख्या में गोमुख जैसे पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में आवाजाही को सीमित किये जाने में भी सहयोगी बनने को कहा।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेन्द्र गिरी ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र से अनुरोध किया कि कुम्भ मेले के दृष्टिगत अखाड़ों द्वारा किये जाने वाले स्थायी निर्माण कार्यों के लिये कुम्भ मेले के इंजीनियरों व अधिकारियों के द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर इन क्षेत्रों में सडक, बिजली, पानी, सफाई, सीवर आदि आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाए। उन्होंने इसके लिये सुझावानुसार आवश्यक धनराशि उपलब्ध कराने की व्यवस्था किये जाने का भी अनुरोध किया। उनका कहना था कि इसके लिये उज्जैन, नासिक व प्रयाग में आयोजित कुम्भ मेले की व्यवस्थानुसार धनराशि की व्यवस्था की जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से अखाड़ों के प्रमुख व्यक्तियों को सुरक्षा उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया। अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्री महंत हरिगिरी ने छड़ी यात्रा के सफल आयोजन के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया, उन्होंने कहा कि इससे उत्तराखण्ड के धार्मिक पर्यटन को निश्चित रूप से बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने भविष्य में आयोजित होने वाली छड़ी यात्रा को और अधिक भव्यता प्रदान करते हुए लगभग सभी जनपदों के मन्दिरों की इसमें सहभागिता सुनिश्चित किये जाने का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर विधायक गणेश जोशी, मुन्ना सिंह चौहान, मंशा देवी मन्दिर के अध्यक्ष महंत रवीन्द्र पुरी आदि उपस्थित थे।
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