कृषि मंत्री ने कृषि विभाग की समीक्षा बैठक ली
देहरादून। कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज श्री अन्न को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पहचान मिली है तो उसका श्रेय प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता को जाता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मोदी जी ने यूएनओ में मिलेट्स पर प्रस्ताव रखा तथा 72 देशों ने उसका समर्थन किया इसके साथ ही 18 मार्च 2023 को पूसा में हुए कॉनक्लेव में भी दुनिया के कई देशों ने श्री अन्न का समर्थन किया था।
मंत्री ने कहा कि मिलेट्स को कभी गरीब की थाली का भोजन समझा जाता था परन्तु आज स्वास्थ्य की दृष्टि से श्री अन्न इतना महत्वपूर्ण हो गया है कि यह अमीरों की थाली का भोजन बन गया है। उन्होंने कहा कि श्री अन्न विभिन्न रोगों के रोकथाम में असरदायक साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि श्री अन्न पूर्व से ही उत्तराखण्ड की पारम्पारिक खेती का अभिन्न हिस्सा रहा है। उन्होंने मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि श्री अन्न का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करने की व्यवस्था की जाए। मंत्री ने कहा कि आज मंडुवे का उत्पादन 01 लाख 25 हजार मीट्रिक टन के लगभग है तथा झंगोरे का उत्पादन 65 हजार मीट्रिक टन के लगभग है। उन्होंने बताया कि मिलेट्स रिसर्च इंस्टिट्यूट, हैदराबाद द्वारा उत्तराखण्ड में उत्पादित मिलेट्स को सर्वश्रेष्ठ माना गया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का संकल्प है कि वर्ष 2025 तक श्री अन्न का उत्पादन दोगुना किया जाय तथा साथ ही साथ किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि लगभग 670 प्राइमरी एग्री क्रेडिट सोसाइटीज (पैक्स) के माध्यम से तथा साथ ही लगभग 61 हजार स्वंय सहायता समूहों के माध्यम से भी किसानों से मंडुआ की खरीद की जायेगी।
मंत्री ने कहा कि स्वंय सहायता समूहों की महिलाएं द्वारा जब किसानों से उनके घर जाकर एमएसपी पर उत्पादों की खरीद की जायेगा तो इससे बिचैलियों पर अंकुश लगाया जा सकेगा तथा किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिल सकेगा और वर्ष 2025 तक सवा लाख बहिनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प भी साकार हो सकेगा। कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मंडुवे का एमएसपी 35.78 रूपये से बढ़ाकर 38.46 रूपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों का उचित दाम मिलने से मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही विभाग द्वारा क्रय नीति बनायी जायेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों की आय दोगुना करने तथा किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु संकल्परत है। इस अवसर पर सचिव कृषि, दीपेन्द्र कुमार चैधरी, निदेशक कृषि, गौरीशंकर, संयुक्त सचिव सहकारिता, राजेन्द्र कुमार भट्ट तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।