अदियाला सेंट्रल जेल में ‘बी’ क्लास के कैदी बने शरीफ व मरियम
इस्लामाबाद । रावलपिंडी के अदियाला जेल में कड़ी सुरक्षा के बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ व उनकी बेटी मरियम ने पहली रात गुजारी और दोनों के सोशल स्टेटस को देखते हुए ‘बी’ क्लास की सुविधाएं दी जा रही हैं। बता दें कि कोर्ट के इस फैसले के बाद मरियम नवाज अब चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगी, जो पीएमएल-एन के टिकट से एनए-127 संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने जा रही थीं। बता दें कि पाकिस्तान में 25 जुलाई को आम चुनाव होने हैं ।
मिल रहीं ‘बी’ क्लास की सुविधाएं
लंदन से लाहौर एयरपोर्ट पर उतरते ही 68 वर्षीय शरीफ और 44 वर्षीय मरियम को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो के अधिकारियों ने एवेनफील्ड मामले में हिरासत में लिया। इसके बाद इन्हें विशेष विमान में इस्लामाबाद ले जाया गया और फिर गिरफ्तार कर अदियाला जेल में रखा गया। नवाज शरीफ और उनकी बेटी के सोशल स्टेटस को देखते हुए अदियाला सेंट्रल जेल में दोनों को B क्लास की सुविधाएं दी जा रही हैं। कोर्ट ने एवेनफील्ड भ्रष्टाचार के मामले में नवाज शरीफ पर करीब 73 करोड़ और मरियम पर 18 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
मेडिकल जांच में पूरी तरह स्वस्थ
इस्लामाबाद प्रशासन द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, तत्काल प्रभाव से आगे के आदेश तक, राजधानी में सिहाला पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज को उप-जेल के तौर पर दोनों के लिए घोषित कर दिया। हालांकि जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अधिकारियों ने इन्हें अदियाला जेल में अभी रखने का निर्णय लिया है। इस्लामाबाद मजिस्ट्रेट और सीनियर पुलिस अधिकारियो की मौजूदगी में चिकित्सकों की एक टीम ने शरीफ और उनकी बेटी की जांच की और उन्हें पूरी तरह फिट बताया। इस बीच कानून मंत्रालय ने नया नोटिफिकेशन जारी किया और कहा कि जवाबदेही अदालत बाकी के दो भ्रष्टाचार मामलों में सुनवाई करेगी। इसमें फ्लैगशिप निवेश और अल अजीजिया स्टील मिल्स शामिल हैं। जवाबदेही कोर्ट-इस्लामाबाद जज मोहम्मद बशीर ने बीती रात नवाज व मरियम के लिए वारंट जारी किया। जज मोहम्मद बशीर ही जेल में शरीफ के खिलाफ सुनवाई करेंगे।
नवाज को 10 और मरियम को 7 साल की कैद
शरीफ व उनकी बेटी के खिलाफ लंदन के एवेनफील्ड हाउस में चार फ्लैटों के मालिकाना हक से जुड़े भ्रष्टाचार का मामला है। इस मामले में पाकिस्तान के एक जवाबदेही कोर्ट ने 6 जुलाई को नवाज शरीफ को 10 साल और उनकी बेटी मरियम को 7 साल की सजा सुनाई थी। इससे पहले नवाज शरीफ को पनामा पेपर्स केस में नाम आने के बाद किसी भी तरह के सार्वजनिक पद के लिए अयोग्य ठहराया जा चुका है।
आमतौर पर ए या बी क्लास के कैदी शिक्षित होते हैं और अशिक्षित कैदियों को सीख दे सकते हैं। वे कड़ी मेहनत नहीं करते हैं। ए व बी क्लास के कैदियों का कमरे में एक बेड, एक कुर्सी, एक चाय की केतली, बिजली न होने पर एक लालटेन, एक आलमारी, और नहाने-धोने के लिए सैनिटरी सुविधाएं दी जाती हैं।