ईको-टूरिज्म की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए कार्ययोजना तैयार की जाएः डीएम
देहरादून। जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में जिला स्तरीय ईको-टूरिज्म समिति तथा रोजगार सृजन के निमित वन क्षेत्रों में उत्पादित होने वाली जड़ी बूटियों एवं संगन्ध पादप के उचित प्रबन्धन व नियोजित दोहन के सम्बन्ध में बैठक हुई।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण, स्वच्छता के साथ ईको-टूरिज्म गतिविधि को बढावा देने के साथ ही वन क्षेत्रों में वन अधिनियम के प्राविधानों के अनुरूप योजनाएं संचालित की जाए, जिससे चिन्हित वन क्षेत्रों में ईको-टूरिज्म का विकास किया जा सके। उन्होंने वन क्षेत्र के अतिरिक्त ऐसे ग्रामीण क्षेत्र जो वन क्षेत्र से लगे हुए हैं, में भी ईको-टूरिज्म की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए कार्ययोजना तैयार की जाए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसर सृजन कराते हुए ग्रामीणों की आर्थिकी बढाई जा सके। उन्होंने ईको-टूरिज्म क्षेत्र में स्थानीय परंपरा एवं संस्कृति को जोड़ते हुए कार्ययोजना तैयार करने पर बल दिया।
जिलाधिकारी ने रोजगार सृजन के निमित वन क्षेत्रों में उत्पादित होने वाली जड़ी बूटियों एवं संगन्ध पादप के उचित प्रबन्धन व नियोजित दोहन के सम्बन्ध में निर्देश दिए भेषज, उद्यान, वन आदि सम्बन्धित विभाग जड़ी, बूटियों उत्पादन, जड़ी बूटी उत्पादित करने वाले किसानों को प्राप्त हो रही आय तथा जड़ी बूटियों के बाजार आदि की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून नितिशमणी त्रिपाटी, मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, डीडी आरआई वन कहकशा नसीम, प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी आशुतोष, प्रभागीय वनाधिकारी कालसी अमरेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी डाॅ मीनाक्षी जोशी, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल, भेषज से विमल कुमार सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।