सोशल साइटों पर गिफ्ट भेजने के नाम लाखों की धोखाधड़ी करने के आरोपी गिरफ्तार
देहरादून। सोशल साइटों पर गिफ्ट भेजने के नाम पर लाखों की धोखधड़ी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए एसटीएफ की साईबर क्राइम पुलिस द्वारा गैंग के मास्टरमाइंड सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से साइबर क्राइम पुलिस द्वारा 14 चैकबुक, 6 पासबुक, 6 एटीएम कार्ड, एक लैपटाप व आधार तथा पैन कार्ड भी बरामद किये गये है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने धोखाधड़ी की इस वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि धोखाधड़ी के एक प्रकरण में कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार को शिकायत मिली थी। जिसमें शिकायतकर्ता राजकुमार निवासी लक्सर वार्ड नम्बर 5 कोतवाली लक्सर को फेसबुक व वट्सएप के माध्यम से सम्पर्क कर खुद को कैथोलिक नन बताते हुए दोस्ती कर चैट कर व शिकायतकर्ता के काम से प्रभावित होकर गिफ्ट (घड़ी,आईफोन 13, आई पैड, एप्पल लैपटॉप सोनी की माला व 50000 डॉलर) भेजने का लालच देकर पार्सल को इन्टरनैशल एयरपोर्ट पर भिजवाने व पार्सल छुड़वाने हेतु भिन्नकृ2 ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 15,71,820 रूपये की धोखाधडी की गयी थी। जिस पर पुलिस ने सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इसकी विवेचना मुख्यालय के आदेशानुसार साइबर थाने के सुपुर्द की गयी। साइबर थाना पुलिस द्वारा मामले के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम का गठन किया गया साथ ही जांच शुरू कर दी गयी। विस्तृत तकनीकी जांच के बाद संदिग्ध आरोपियों का बहराइच उ.प्र. से सम्बन्ध होना पाया गया। जिस पर साइबर पुलिस द्वारा अथक प्रयास के बाद इस गैंग के मुख्य सरगना सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनके नाम शिवम तिवारी (22) पुत्र मुल्कराज तिवारी निवासी ग्राम फकरपुर बहराइच यूपी व रामनरेश (23) पुत्र मिश्री लाल निवासी ग्राम परसीपुरवा थाना मुर्तीआ जनपद बहराइच उ.प्र. बताये गये है। जिनके कब्जे से साइबर क्राइम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त 14 चैक बुक विभिन्न बैंको की, 6 पासबुक विभिन्न बैंकों की, 6 एटीएम कार्ड विभिन्न बैंकों के, 1 लैपटॉप एचपी कम्पनी का व आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि बरामद किये गये है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि आरोपी सोशल मीडिया साईट फेसबुक व व्हटस्एप पर फर्जी प्रोफाईल तैयार कर दोस्ती करते हुए स्वंय को विदेशी नागरिक बताकर महँगे गिफ्टों को भेजने का लालच देकर पार्सल को एयरपोर्ट से छुडाने हेतु विभिन्न शुल्कों के नाम पर धोखाधड़ी से भिन्नकृभिन्न लेन देन के माध्यम से धनराशि प्राप्त करते है व धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है।