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आतंकी संगठनों ने अब कश्‍मीर घाटी में हथियार पहुंचाने के लिए पंजाब की राह चुनी

पठानकोट। यहां दो आतंकियाें को हथियारों के साथ पकड़ा गया है। उनके पास से एके 47, दो मैग्जीन, दस ग्रेनेड बरामद होने की सूचना। पकड़े गए आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के हैं। जानकारी अनुसार दोनों आतंकी जम्‍म-कश्‍मीर के शोपियां से ताल्लुक रखते हैं। दोनों आतंकियों के पकड़े जाने की सूचना से हड़कंप मच गया। दोनों आतंकी जम्‍मू-कश्‍मीर फल और सब्जियां ट्रक छिपकर जम्‍मू-कश्‍मीर जा रहे थे और हथियार व ग्रेनेड सब्जियों की टोकरियों में छिपा रखे थे। उनकी कश्मीर घाटी में हथियारों की खेप पहुंचाने की साजिश थी। जिसे पंजाब पुलिस नाकाम कर दिया। पुलिस ने पठानकोट में नाके पर लश्कर-ए-तैयबा के दोनों आतंकियों आमिर हुसैन वानी और वासिम हसन वानी को गिरफ्तार किया । दोनों कश्मीर के शोपियां जिले के रहने वाले हैैं। इनके पास से दस हैंड ग्रेनेड, एक एके-47, दो मैगजीन और 60 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

सब्जियों ले जा रहे ट्रक में आए थे, सब्‍जी व फलों के बीच छिपा रखे थे हथियार बता दें कि पठानकोट काफी समय से पाकिस्‍तानी और कश्‍मीरी आतंकियाें का निशाना रहा है। पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्‍तान की ओर से घुसपैठ की कई कोशिशें हो चुकी है।अमृतसर में पिछले दिनों आतंकियों को पकड़ा गया था।

एके 47 राइफल और ग्रेनेड बरामद, जम्‍मू-कश्‍मीर के शोपियां के हैं दोनों आतंकी  जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली की दो आतंकी कश्‍मीर की ओर पठानकोट होकर जा रहे हैं। इसके बाद नाकों पर तलाशी कड़ी कर दी गई। पठानकोट पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दोनों को पकड़ लिया। पकड़े आतंकियों में 26 साल के हुसैन वानी जम्‍मू-कश्‍मीर के शोपियां के हफ्सरमल और 27 साल का वसीम हसन वानी शाेपियां जिले के के शर्मल पीएस जैनापोरा का रहनेवाला है। ये ट्रक में सवार होकर अमृतसर की ओर से आ रहे थे। जम्मू हाईवे में चेक पोस्ट नाका पर पठानकोट पुलिस ने वाहन की तलाशी ली तो ये पकड़ गए।आतंकी आमिर इससे पहले भी पंजाब और जम्‍मू-कश्‍मीर में आ चुका है और वह हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर ए तैयबा के आतंकियों में संपर्क था।

एके-47, दस हैंड ग्रेनेड, दो मैगजीन व 60 जिंदा कारतूस बरामद चंडीगढ़ में पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने अमृतसर-जम्मू हाईवे पर नाका लगा रखा था। इसी दौरान जेके 03-सी-7383 नंबर के ट्रक को रोककर तलाशी ली गई तो उसमें हथियार बरामद हुए। दोनों ने वीरवार सुबह ही अमृतसर में मकबूलपुरा-वल्लाह सड़क पर दो अज्ञात लोगों से यह हथियार प्राप्त किए थे। दोनों के खिलाफ पठानकोट में आर्म्‍स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ संशोधन अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। आतंकियों ने पूछताछ में बताया है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के पूर्व कांस्टेबल इश्फाक अहमद दर उर्फ बशीर अहमद खान ने उन्हें ये हथियार पंजाब से लाने को कहा था। 2017 से फरार इश्फाक अब कश्मीर घाटी में लश्कर का सक्रिय आतंकी है। पुलिस के मुताबिक आमिर हुसैन वानी ने जानकारी दी है कि अपने आकाओं इश्फाक अहमद दर और डॉ. रमीज रजा के कहने पर वह पहले भी अपने ट्रक से पंजाब जाकर हवाला के 20 लाख रुपये ला चुका है।

      रमीज रजा फिलहाल जम्मू-कश्मीर में जेल में बंद है। आमिर ने इससे पहले हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर के दो आतंकियों सद्दाम अहमद पद्दर और जसिम अहमद शाह को पंजाब से कश्मीर घाटी ले जा चुका है। ये दोनों आतंकी अब मारे जा चुके हैं।

      आमिर और वसीम की गिरफ्तारी से इंटेलीजेंस द्वारा दी गई वे सूचनाएं सही साबित हुई हैं जिनमें कहा गया था कि पाकिस्तानी एजेंसी आइएसआइ पंजाब और कश्मीर घाटी में हथियार भेजने और आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले 25 अप्रैल, 2020 को पंजाब पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के एक अन्य नौजवान हिलाल अहमद वागे को गिरफ्तार किया था। वह पिछले दिनों मारे गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज अहमद नायकू के निर्देशों पर अमृतसर से ड्रग मनी लेने के लिए आया था। हिलाल अहमद ने भी ड्रग मनी ले जाने के लिए एक ट्रक का प्रयोग किया था।

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