आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन के घर से गुरुवार को बरामद हुआ तबाही का सामान
नई दिल्ली। राजधानी में फैली सांप्रदायिक हिंसा के बीच आइबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) के कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आरोपों से घिरे आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन के घर से गुरुवार को तबाही का सामान बरामद हुआ है। ताहिर के घर की छत से पेट्रोल बम, तेजाब के पाउच, गुलेल के साथ काफी संख्या में बोतलें भी बरामद हुई हैं। पुलिस ने पार्षद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर घर को सील कर दिया है और दूसरे घरों की तलाशी शुरू कर दी है। इस बीच, विभिन्न अस्पतालों में भर्ती नौ और लोगों के दम तोड़ने और नाले से दो लाशें मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है। घायलों की संख्या 400 से ज्यादा है।
पुलिस ने दर्ज किए 48 मामले पुलिस ने 48 मामले दर्ज किए हैं और 130 लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतकों के आश्रितों को दस-दस लाख रुपये और घायलों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है।
अंकित के घरवालों का आरोप- पार्षद समर्थकों ने घेर कर मारा बुधवार को चांद बाग में नाले से आइबी जवान अंकित शर्मा का शव बरामद हुआ था। उनके स्वजनों का आरोप है कि दंगों के दौरान पार्षद ताहिर हुसैन के समर्थकों ने अंकित को घेर लिया और पार्षद के घर में ले जाकर हत्या कर दी थी।
गुरुवार को भी मिले दो शव गुरुवार को गोकलपुरी नाले से दो शव बरामद किए गए। वहीं, पार्षद के घर से बरामद सामान से पता चलता है कि उसने दंगे से पहले ही घर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी कर लिए थे। इसके ठीक बराबर वाले घर में शादी के खानपान की तैयारी चल रही थी, जिसे दंगाइयों ने तबाह कर दिया है। वहां पार्क की गई कारें जला दीं। बड़ी मुश्किल से परिवार वालों ने लड़की की विदाई की। उनका आरोप है कि ताहिर के घर से ही दंगाई आए थे।
छिटपुट हिंसा जारी दंगाग्रस्त इलाके में लगातार स्थिति में सुधार हो रहा है। हालांकि कहीं-कहीं छिटपुट हिंसा हो रही है। गुरुवार को शिव विहार में दंगाइयों ने एक दुकान को आग लगाने के साथ चार लोगों को जख्मी कर दिया। इसमें एक युवक गोली लगने से जख्मी हुआ। नूर-ए-इलाही, ब्रह्मपुरी रोड, बृजपुरी, चमन पार्क और शिव विहार तिराहे पर हालात तनाव भरे ही दिखे। अन्य इलाकों में शांति रही और जनजीवन पटरी पर लौटता हुआ भी नजर आया। दंगे में बिछड़े लोगों की तलाश में अस्पतालों में परिजन भटक रहे हैं, दस से ज्यादा लोग अभी लापता हैं।
जांच के लिए दो एसआइटी गठित हिंसा की जांच के लिए दो एसआइटी गठित कर दी गई हैं, जिनका नेतृत्व दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी। जांच दल की दोनों टीमों में चार एसीपी सतर के अधिकारी रहेंगे। उनके साथ तीन-तीन इंस्पेक्टर, चार-चार सब इंस्पेक्टर और तीन-तीन हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल को रखा गया है। दोनों टीमों में एसीपी सहित कुल 44 अधिकारी फिलहाल हिंसा मामले की जांच करंगे। पूरे जांच दल का नेतृत्व एडिशनल सीपी क्राइम बीके सिंह करेंगे।
कई इलाके तबाह दंगे ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों को तबाह कर दिया है। करावल नगर रोड, शिव विहार, ब्रजपुरी, नूर-ए-इलाही रोड यमुना विहार, मौजपुर रोड, ब्रह्मपुरी रोड में सर्वाधिक बर्बादी हुई है। सबसे ज्यादा मौत शिव विहार, करावल नगर, मौजपुर और जाफराबाद में हुई। इन इलाकों में सड़कों पर अभी भी तबाही के निशान बिखरे पड़े हैं। ईट-पत्थरों के टुकड़े भरे पड़े हैं। हालात नियंत्रित होने के बाद जब पुलिस ने घरों की तलाशी शुरू की तो कई घरों की छतों पर बड़ी गुलेल, भारी मात्रा में ईट -पत्थर और एसिड की भरी बोतलें मिली हैं।
हिंसाग्रस्त इलाकों में अघोषित कर्फ्यू हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस की ओर से अघोषित कर्फ्यू है। गुरुवार सुबह इसमें थोड़ी छूट दी गई। लोगों ने घरों से बाहर निकलकर जरूरी सामान खरीदा। हालांकि आधिकारिक रूप से कर्फ्यू हटाए जाने का अभी एलान नहीं हुआ है। दंगे के दौरान अपने घरों को छोड़कर दूसरे इलाकों में जाने वाले लोग अब लौटने लगे हैं।
पुलिस ने शुरू किए शांति बहाली के प्रयास हिंसा में कमी आने के बाद पुलिस ने शांति बहाली के प्रयास शुरू कर दिए हैं। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) एसएन श्रीवास्तव व अन्य संयुक्त आयुक्त लगातार गश्त कर रहे हैं। दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों के साथ पुलिस अधिकारी बैठकें कर शांति मार्च निकाल रहे हैं। धार्मिक स्थलों से शांति बनाए रखने का एलान कराया जा रहा है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने दंगा प्रभावित इलाकों में लंगर वितरित किया।