आज के दौर में समाज में नर्सिंगः- डाॅ0 सुजाता संजय
देहरादून। स्वास्थ्य देखभाल को भारत की सार्वजनिक प्राथमिकता के रूप में पहचाना गया है . और नर्सिं ग स्वास्थ्य देखभाल देने में एक केन्द्रीय भूमिका निभाती हैं। नर्स पद बहुत ही सम्मानजनक पद है। नर्सिंग स्वास्थ्य सेवा से जुड़ा ऐसा पेशा है जिसमें व्यक्तियों परिवारों या यूं कहें कि समुदायों की स्वास्थ्य संबंधी देखरेख की जाती हैं। ताकि जब तक जीवन है उसे भरपूर जिया जा सके। न केवल किसी भी अस्पताल की बल्कि समाज की अनिवार्यता है नर्सिं ग। सेवा जब शीर्ष पर पहुंचती है तो नर्सिग का रूप ले लेती है। वैसे भी नर्स होना समर्पण की एक गाथा है जिसमें जीवन का संगीत बजता है।
डाॅ0 सुजाता ने बताया कि चिकित्सा के क्षेत्र में महज डाॅक्टर या सर्जन शामिल नहीं होते है बल्कि इनके सहायक के तौर पर कई दूसरे लोग भी कार्य करते है। इन्हें भले ही डाॅक्टरों के सामने नजरअंदाज कर दिया जाता है लेकिन वे डाॅक्टरों से कम सेवाभाव के साथ काम नहीं कर रहे होते। मानव सेवा के साथ चिकित्सा में रूचि रखने वाले युवकों और युवतियों के लिए नर्सिंग भी एक बहुत ही अच्छा करियर है। सेवा ही इनकी पहचान है। आज के हैल्थ कियर सिस्टम में नर्से महत्वपूर्ण जीवनदायनी भूमिका निभा रही हैं। दरअसल यें मरीज की शारीरिक पीड़ा को अच्छी तरह समझ कर उन्हें बीमारियों से लड़ने का एक मानसिक जज्बा भी देती है। डाॅ0 सुजाता संजय स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ संजय आॅर्थेापीडिक स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर ने बताया कि किसी मरीज को ठीक करने में नर्सो का योगदान 60 प्रतिशत और डाॅक्टर का योगदान केवल 40 प्रतिशत होता है। जो लड़कियां या लडके सोशल वर्क को करियर के रूप में अपनाना चाहते हैं उनके लिए यह एक बेहतरीन केरियर साबित हो सकता है। आजकल जितनी तेजी से हेल्थ केयर सेंटरों का विकास हो रहा है इसमें असीम संभावनाओं के द्वार खुलने लगे हैं। नर्सिग सेवा का सामाजिक अनुबंध होता है जिसमें जीवन की रक्षा के गंभीर उत्तरदायित्व शामिल होते है। सभी देशों में नर्सिग कार्य प्रणाली के बारे मौखिक या लिखित रूप से कुछ नियम कानून बनाये गये है जिनका राष्ट्र या राज्य स्तर पर नियतन किया जाता है। धैर्य और अनुशासन के दायरे में रहते हुए नर्स को टीम भावना के तहत काम करना होता है। डाॅक्टरों की भांति यह काम परिश्रम और समर्पण की मांग करता है। मरीजों की देखभाल को न सिर्फ ड्यूटी बल्कि आत्मिक रूप से स्वीकार करने की जरूरत होती है जिसमें देर रात जागकर मरीजों की देखभाल करना भी शामिल होता है। नर्स लोगों के स्वास्थ्य का निरंतर मूल्यांकन प्रदान करती हैं। उनकी चैबीसों घंटे उपस्थिति, अवलोकन कौशल और सतर्कता डॉक्टरों को बेहतर निदान करने और बेहतर उपचार का प्रस्ताव करने की अनुमति देती है। कई लोगों की जान बचाई गई है क्योकि एक चैकस नर्स ने आने वाले संकट के प्रारंभिक चेतावनी संकेतों जैसे कि कार्डियक अरेस्ट या श्वसन विफलता पर उठाया है। नर्स मरीजों की देखभाल वैसे ही करते हैं जैसे अपने परिवार की। यह बड़ी जिम्मेदारी है।
नर्सिग में एक वर्ष से लेकर चार वर्ष के अलग.अलग कोर्स संचालित किये जाते है जो छात्र अपनी सुविधा के अनुसार चयन करते है। वैसे नर्सिग में एक डिप्लोमा कोर्स और एक डिगरी कोर्स होता है जिनके बारे में विस्तृत जानकारी नीचे दी गयी हैः-
ए0एन0एम0 या हैल्थ केयर के लिए योग्यता के रूप में अभ्यर्थी का 10वीं उत्तीर्ण होना जरूरी है। इस कोर्स की अवधि 18 माह होती है।
जीण्एनण्एमण् ;जरनल नर्सिग एंड मीडवाईफद्ध के लिए अभ्यर्थी को 12वीं कक्षा में भौतिक विज्ञानए रसायन विज्ञान और जीवन विज्ञान विषय के साथ कम से कम 40 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। इस कोर्स की अवधि 3 बी0एस0सी0 नर्सिग ;बेसिकद्ध के लिए 12वीं में भौतिक विज्ञानए रसायन विज्ञान और जीवन विज्ञान के साथ 45 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। इस कोर्स की अवधि 4 साल होती है और यह एक डिगरी कोर्स होता
है। बी0एस0सी0 नर्सिग ;पोस्ट बेसिकद्ध इस दो वर्ष की अवधि के कोर्स के लिए 12वी के साथ.साथ जी0एन0एम0 की डिगरी भी होने चाहिए। यदि 12वीं और जी0एन0एम0 के साथ.साथ कम से कम 2 साल का अनुभव भी हो तो दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से इसे 3 वर्षो में पूरा किया जा सकता है। एम0ए0सी0 नर्सिग करने के लिए नर्सिग में 55 प्रतिशत अंको के साथ बी0एस0सी0 की डिगरी के साथ.साथ एक
साल का अनुभव भी आवश्यक है। इस कोर्स की अवधि 2 साल होती है। हैल्थ केयर सर्विस में बढ़ते नेटवर्क और सरकारी योजनाओं के कारण देश में नर्सो की मांग लगातार बढ रही है। यदि विश्व स्तर के आंकडे देखे तो अगले साल तक लगभग दस लाख नर्सो की जरूरत होगी। सेवा के अवसर मिलते है जैसे अडलट नर्सए मेंट हेल्थ नर्स, चिल्डन नर्स, डिस्टिक्ट नर्स, हेल्थ विजिटर, स्कूल नर्स,
हेल्थकेयर असिस्टेंट, लर्निंग डिसेबिलिटी नर्स, नियोनेटल नर्स, टिचींग असिस्टेंट आदि। कुछ सालों का अनुभव हो
जाने के बाद टीम मैनेज करने का मौका भी मिलता है।
डाॅ0 सुजाता संजय ने बताया कि नर्सिग क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यूरोपीय देशों और खाड़ी देशों के साथ.साथ आस्टलिया आदि में भी नौकरी की असीम संभावनायें मौजूद है। विदेशों में इस नौकरी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ब्रिटेन नेशनल हेल्थ सर्विस में प्रतिवर्ष एक हजार से अधिक नर्सो की भर्ती करनी है। विदेशों में काम करने के लिए कमीशन आफ ग्रेजुएट और फोरेन नर्सिग स्कूल और टेस्ट आॅफ इंग्लिश एज ए फोरन लेग्वेज आदि परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना पड़ सकता है यदि आपका अमेरिका में नौकरी करने का मन है
तो सीजीएनएफएस परीक्षा को पास करना जरूरी होता हैं इसके लिए देश में बेंगलरू और कोच्चि में दो ही सेंटर है जहां से सीजीएनएफएस सर्टिफिकेशन प्रोग्राम कर सकते है।