बाबा श्री विश्वनाथ मां जगदीशिला डोली का देहरादून में हुआ भव्य स्वागत
देहरादून। बाबा श्री विश्वनाथ मां जगदीशिला डोली की 25वीं रथ यात्रा का रविवार को नगर निगम कार्यालय परिसर देहरादून में भव्य स्वागत हुआ। इससे पूर्व देहरादून में शहीद स्मारक स्थल पर भी डोली यात्रा का स्वागत किया गया। शहीद स्मारक स्थल पर राज्य आंदोलनकारी मंच ने डोली यात्रा का स्वागत किया। नगर निगम देहरादून में आयोजित स्वागत कार्यक्रम की अध्यक्षता टपकेश्वर महादेव मंदिर के श्री महंत 108 कृष्ण गिरी जी महाराज ने की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आयुर्वेद गौरव वैद्य राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डा. मायाराम उनियाल उपस्थित रहे। यहां पर देवभूमि संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा वंदना प्रस्तुत की गई। यहां पर भक्तों ने बड़ी संख्या में डोली का स्वागत किया व आशीर्वाद लिया। यह 31 दिवसीय डोली यात्रा 16 मई को शुरु हुई थी, जो कि 16 जून तक चलेगी। डोली यात्रा सम्पूर्ण उत्तराखण्ड का भ्रमण करेगी।
देहरादून नगरनिगम के जुगमंदर हाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डोली यात्रा संयोजक पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथाणी ने कहा कि बाबा श्री विश्वनाथ-मां जगदीशिला डोली यात्रा विश्व शांति के लिए निकाली जा रही है। इस यात्रा के माध्यम से उत्तराखंड में 1000 धाम चिन्हित किए जाने हैं, जिनमें से 325 स्थान चिन्हित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि डोली यात्रा के रजत जयन्ती वर्ष पर जून 2024 से अप्रैल 2025 तक सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। 16 जून को गंगा दशहरा के पावन पर्व पर भक्तगण अपने-अपने जनपदों में गाय माता को फलाहार देकर पूजन एवं उत्तराखण्ड की जमीन बचाने हेतु संकल्प लेंगे। 25 जुलाई को अमर शहीद श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस पर सम्पूर्ण प्रदेश में जनपद मुख्यालयों पर रक्तदान शिविर लगवाये जाएंगे। 31 जुलाई को 325 देवालयों में विश्व शाति एवं शहीदों की आत्मा की शांति हेतु एक दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया जायेगा। 31 अगस्त 2024 को संस्कृत भाषा के उन्नयन हेतु संस्कृत विद्यालय खोलने की शुरूआत की जाएगी। क्योंकि इस दिन 1969 में पहली बार भारत में संस्कृत दिवस मनाया गया था। 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों की दशा और दिशा पर विचार गोष्ठी का आयोजन पूरे प्रदेश. मुख्यालयों पर किया जाएगा। 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयन्ती एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व० श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयन्ती पर पूरे उत्तराखण्ड में बंजर पड़े खेतों के स्वामियों द्वारा जड़ी बूटी उत्पादन, फल उत्पादन का कृषिकरण हेतु वृहत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
14 नवम्बर को बाल दिवस के रूप में सम्पूर्ण उत्तराखंड में नशे के खिलाफ अभियान की शुरुआत की जाएगी, जिसके तहत बेसिक स्कूल से लेकर विश्वविद्यालयों, मेडिकल कॉलेजों, इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्र छात्राओं को प्रतिज्ञा दिलाने का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 14 दिसम्बर 2024 को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर शारीरिक एवं मानसिक ऊर्जा के विकास के लिए अब तक डोली द्वारा जो 325 स्थान डोली द्वारा चिन्हित किये गये हैं उनमें ध्यान केन्द्रों के संचालन हेतु अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। 11 जनवरी 2025 को स्व० लाल बहादुर शास्त्री जी की पुण्य तिथि पर (जिन्होंने जय जवान जय किसान का नारा दिया) 13 जनाब्दों में चिन्हित बंजर खेतों पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।
राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस पर पूरे उत्तराखण्ड मे जड़ी-बूटी एवं फल-फूल उत्पादन हेतु कृषिकरण का शुभारंभ किया जाएगा। 22 मार्च 2025 को विश्व जल दिवस पर जल संरक्षण हेतु उत्तराखण्ड के 13 जनपदों के जिला मुख्यालयों पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस प्रकार इस बार श्री विश्वनाथ-जगदीशिला डोली यात्रा के रजत जयन्ती पर पूरे वर्षभर जून 2024 से अप्रैल 2025 तक का कार्यक्रम सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में आयोजित किया जाएगा।