वीरान से पड़े जिला पुस्तकालय में लौटने लगी रौनक, डीएम के प्रयासों से हाईटेक हो रहा जिला पुस्तकालय
टिहरी। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के प्रयासों से बौराड़ी स्थित श्रीदेव सुमन राजकीय जिला पुस्तकालय हाइटेक होता जा रहा है। जिलाधिकारी ने माह जुलाई, 2023 में पुस्तकालय का निरीक्षण कर पुस्तकालय को नया स्वरूप देने के लिए समस्त पुस्तकों को सूचीबद्ध करने के साथ ही लाइब्रेरी को हाईटेक बनाने का निर्णय लिया। जिलाधिकारी के निर्देशन में पुस्तकालय के ग्राउंड फ्लोर मंे 100 साल पुराने दस्तावेजों एवं किताबों को सूचीबद्ध किया जा रहा है, 50 हजार से अधिक पुस्तकों में से अब तक 26 हजार से अधिक किताबों को सूचीबद्ध किया जा चुका है, जिनमें वैदिक भारत, भागवत गीता, समाज एवं संस्कृति, प्राचीन भारत की सांस्कृतिक विरासत, भारतीय समाज, जीवन दर्शन, पोषण एवं स्वास्थ्य विज्ञान, इंगलिस ग्रामर, सृजनात्मक साहित्य, कम्प्यूटर शब्दकोष, भारत की राजव्यवस्था, मोरल स्टोरिज, उपन्यास आदि अनेकों पुस्तकें शामिल हैं।
इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा पुस्तकालय के प्रथम तल का कायाकलप करवाकर 165 से अधिक विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकें पुस्तकालय में उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें अर्थव्यवस्था, राजनीतिशास्त्र, इतिहास, भूगोल, फिजिक्स, सामान्य अध्ययन, रिजनिंग, एलएलबी, एनडीए, एएनएम, जीएनएम, एसएससी, नीट, जेईई, इंजीनियरिंग आदि से संबंधित पुस्तकें शामिल हैं। प्रथम तल में एक कमरे मंे सीनियर सिटीजन के लिए पुस्तकें व्यवस्थित की गई हैं जबकि दूसरे कमरे को छोटे बच्चों के लिए सजाया गया है, नर्सरी क्लास के बच्चों के लिए पुस्तकों के साथ ही खिलौनों की व्यवस्था की गई है, ताकि बच्चा खेल-खेल मंे पुस्तकों की तरफ आकृष्ट हो सके। इसके साथ ही हॉल में एक तरफ पुस्तकों को पुस्तकालय की साइट पर ऑनलाइन किया जा रहा है, अब तक 200 से अधिक पुस्तकों को ऑनलाइन किया जा चुका है, जबकि दूसरी तरफ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं हेतु बुक सेल के साथ ही अनुकूल वातवरण उपलब्ध कराया गया है। 26 दिसम्बर, 2023 को जनपद भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लाइब्रेरी का निरीक्षण कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने लाइब्रेरी में हुए उच्च स्तरीय काम की सराहना करते हुए कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए लाइब्रेरी काफी उपयोगी सिद्ध होगी।
मुख्य शिक्षा अधिकारी एस.पी. सेमवाल ने बताया कि पुस्तकालय में सीसी टीवी कैमरे, वाई-फाई कनेक्शन आदि अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु उच्च स्तरीय अधिकारियों को भेजा गया है, ताकि इस डिजिटल युग में छात्र-छात्राओं को इंटरनेट की सुविधा भी मिल सके। बताया कि जिलाधिकारी द्वारा कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को प्राथमिकता के साथ मुफ्त वाई फाई सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं। पुस्कालय व्यवस्थापक विशन सिंह रांगण ने बताया कि प्रातः 10 बजे से सांय 5 बजे तक संचालित इस वातानुकूलित लाइब्रेरी में 20 से 25 विद्यार्थी एक निर्धारित समय के भीतर अध्ययन कर सकते हैं। बताया कि महज 4 महीने में 15 लाख से तैयार हुई हाईटेक लाइब्रेरी में काफी बच्चे आने को उत्साहित दिख रहे हैं तथा छात्र-छात्राओं की संख्या में भी इजाफा हुआ है।