AdministrationHealthUttarakhand
जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ ने छात्र-छात्राओं को तम्बाकू के संबंध में किया जागरूक
देहरादून। शनिवार को राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा देवभूमि आयुर्वेदिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल, माण्डूवाला, देहरादून में छात्र-छात्राओं हेतु जागरूकता कार्यशाला तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं में तम्बाकू सेवन से होने वाले स्वास्थ्य दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई गई। साथ ही युवाओं को तम्बाकू कंपनियों के लुभावने विज्ञापनों से बचाव के बारे में भी जागरूक किया है। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्रओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यशाला में मनोवैज्ञानिक डॉ0 अनुराधा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से तम्बाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणामों एवं तम्बाकू छोड़ने के उपायों के बारे में विस्तृत चर्चा की। कार्यशाला में तम्बाकू छोड़ने वाले दो ऐसे व्यक्तियों द्वारा अनुभव साझा किए गए जो तम्बाकू का सेवन करते थे एवं वे तम्बाकू छोड़ चुके हैं।
जिला सलाहकार अर्चना उनियाल ने युवाओं को कोटपा अधिनियम के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा शैक्षिक संस्थानों को तम्बाकू मुक्त बनाने संबंधी अभियान से जुड़ने की अपील की।
डॉ0 ओ0पी0 बहुखण्डी ने विचार रखते हुए कहा कि तम्बाकू सेवन से युवाओं को बचाने हेतु रोकथाम एवं उपचार की दिशा में आयुर्वेद महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ का धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के अभियान युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इस तरह के आयोजनों में हमारा संस्थान बढ़चढ़ कर प्रतिभाग करेगा।
कार्यशाला में प्रधानाचार्य डॉ0 उमेश वसंत सावंत, डॉ0 श्वेता सिंह, डॉ0 सपना, डॉ0 नेहा अग्निहोत्री, जिला तम्बाकू प्रकोष्ठ से रेखा उनियाल आदि उपस्थित रहे।