आजादी के अमृत महोत्सव पर भारत-चीन-नेपाल सीमा पर देशभर साइकलिस्ट फहराएंगे 75 तिरंगे
देहरादून/पिथौड़ागढ़। देशव्यापी आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर उत्तराखंड सरकार और स्थानीय पिथौड़ागढ़ जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित की जा रही टूर-डी-कैलाश साईकल रैली में देश भर के 60 से ज्यादा साईकलिस्ट जुटे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी इस आयोजन के अंतर्गत भारत-चीन-नेपाल सीमा से सटे उत्तराखंड में समुद्र तल से लगभग 10,500 फीट पर स्थित गुंजी चोटी में इस साईकल रैली का शुभारंभ करेंगें। उपायुक्त पिथौड़ागढ़ आशीष कुमार चौहान ने बताया कि आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर साईकलिस्ट इस चोटी पर 75 तिरंगे फहरा कर देश का गौरव बढ़ायेंगें।
तीन दिवसीय इस आयोजन में पुणे, मुम्बई, दिल्ली एनसीआर, चंडीगढ़ और जम्मू सहित उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से साईकलिस्ट भाग ले रहे हैं। आयोजन के तहत प्रत्येक दिन लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय कर साईकलिस्ट 14,000 फीट तक चढ़ने का दम भरेंगें। सोमवार को उपायुक्त आशीष कुमार चौहान ने सभी साईकलिस्टों को दस हजार फीट के लिये गुंजी के लिये रवाना किया। दो दिन के ऐक्लेमेटाईजैशन के बाद 25 मई को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी द्वारा स्वयं गुंजी में आकर साईलिस्टों का उत्साह बढ़ायेंगें। इस अवसर पर धामी 14,154 फीट स्थित जोलिंगकोंग के लिये रवाना करेंगें। साईकलिस्ट अपने इस सहासिक अभियान के तहत सीमा से सटे 14,190 फीट स्थित नाभीधांग की भी चढ़ाई कर अपने साहस का परिचय देंगें।
इवेंट डायरेक्टर यतिंदर मंमगाई ने बताया कि सीमांत क्षेत्र में तिरंगे का मान बढ़ाने के साथ साथ जिला प्रशासन का प्रयास सुदूर दुर्गम क्षेत्रों जैसे आदि कैलाश, ओम पर्वत आदि धार्मिक मान्यताओं वाले स्थानों में ‘रिस्पोंसिबल टूरिज्म’ को बढ़ावा देना है। उन्होंनें इस बात पर भी बल दिया कि आयोजन के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही प्रदेश में माउंटेन बाईकिंग में आपार संभावनाओं को तलाशना है। उन्होंनें बताया कि यह आयोजन जीरो कार्बन फुटप्रिंट एक्टिविटी हैंजिसमें र्प्यायवरण के प्रति सभी साईकलिस्ट सजगता दिखायेंगें। मंमगाई का प्रयास इस बार के नॉन कोम्पिटेटिव आयोजन को इंटरनैश्नल इवेंट बनाकर अल्ट्रा कोम्पिटेटिव बनाना है और पिथौड़ागढ़ और उत्तराखंड को साईकलिंग मानचित्र पर लाना है।