देश में हर तरफ अराजकता का माहौल, धु्रवीकरण की राजनीति की जा रहीः माहरा
देहरादून। प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने 8 वर्ष पूरे होने पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि 16 मई 2014 से नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में आज अपना 8 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है, प्रधानमंत्री बनते ही उन्होंने देश की जनता से 100 दिनों में काला धन एवं अच्छे दिन लाने की बात कही थी और साथ ही भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने हेतु लोकपाल की नियुक्ति की बात की थी और सभी के खातों में 15-15 लाख रुपए आएंगे ऐसा वादा भी किया था लेकिन आज इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी देश की जनता के हाथ आज भी खाली है, लोकपाल आज किस पेड़ पर अटका है पता नहीं, युवाओं को 2 करोड रोजगार का वादा, सस्ते दामों पर रसोई गैस का वादा, किसानों की आय दोगुनी करने का वादा, भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी बनाने का वादा, पाकिस्तान से ना घुसपैठ बंद हुई, ना चीन से सीमा विवाद सुलझा ना ही चीन को लाल-लाल आंख दिखाई, 35 से ₹40 पेट्रोल की कीमत का वादा था, जिस पर आज मोदी जी, उनकी कैबिनेट शांत हैं, जबकि इन दिनों विश्व में कच्चे तेल के दामों में भारी कटौती हुई है और सस्ते पेट्रोल डीजल और काले धन की बात करने वाले बाबा रामदेव भी शांत बैठे हैं जैसे उन्हें सांप सूंघ गया है।
इस समय देश के हालात दिन प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रहे हैं एक तरफ मोदी जी ने जीएसटी लगाई और जीएसटी में हजारों संशोधन हो रहे हैं जितने व्यापारी उद्योगपति है सभी परेशान हैं, कौन सा नियम लगेगा कौन सा नहीं इसको लेकर पूरे देश में असमंजस की स्तिथि है, वही नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को तहस-नहस करने का कार्य किया है, देश में आज महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है, देश में महिला सुरक्षित नहीं है, हर तरफ अराजकता का माहौल है, धु्रवीकरण की राजनीति की जा रही है, संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है आज हम कहीं ना कहीं उस रास्ते पर चल पड़े हैं जिस रास्ते श्रीलंका ने चलकर स्वयं को बर्बाद कर लिया है। श्री माहरा ने कहा आज भी अगर भारत नहीं संभला तो आने वाले समय में भारत की गिरती अर्थव्यवस्था से महंगाई के साथ-साथ देश की आम जनता, किसानों, छोटे बड़े व्यापारियों, उद्योगों एवं उद्योगपतियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, आज ही के दिन 2014 मोदी जी सत्तानशीन हुए थे, ईश्वर भाजपा को सद्बुद्धि दे और दलगत राजनीति से उठकर विपक्षी दलों एवं देश में मौजूद बुद्धिजीवियों तथा अर्थशास्त्रियों से मदद लें और कहा कि आज देश में डॉ मनमोहन सिंह से बड़ा कोई अर्थशास्त्री नहीं है, प्रधानमंत्री मोदी को चाहिए कि वे भेदभाव मिटाकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह से सलाह लें ताकि हमारा भारत देश एक सही दिशा की ओर आगे बढ़ सकें।