बैकुण्ठवासी जसमत भाई को अर्पित की भावभीनी श्रद्धाजंलि
ऋषिकेश। गुजरात निवासी गंगा व गौ प्रेमी स्वर्गीय जसमथ भाई के गोलोक गमन पर ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट एवं बोदर परिवार के सदस्यों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये उनकी आत्मा की शान्ति हेतु मौन रखा। जानकीपुल पूर्णानंद घाट गंगा तट पर महिलाओं द्वारा होने वाली माँ गंगा की आरती स्वर्गीय श्री जसमत भाई को समर्पित की। स्वर्गीय जसमत भाई की याद में आज पूर्णानंद घाट में विशेष पूजन और श्री गीता पाठ का आयोजन किया गया जिसमें सम्पूर्ण बोदर परिवार ने हस्सा लिया। उन्होंने जीवनपर्यन्त माँ गंगा, गौ और पर्यावरण संरक्षण के लिये कार्य किया।शन्ति सिंह ने कहा कि अद्भुत व्यक्तित्व, सरल हृदय और प्रभु के श्री चरणों में समर्पित जीवन था स्वर्गीय जसमत भाई का। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।
जसमत भाई जी जब तक जियें, दिल से जिये और दूसरों को भी जीने का एक अन्दाज दे गये और बता गये कि गृहस्थ होते हुये संत जीवन कैसे जिया जाता है। सात्विकता और सरलता के साथ वे हमेशा सत्संग, ध्यान, साधना और सेवा में लीन रहते थे। उनकी वाणी में, कर्म में और विचारों में भक्ति की त्रिवेणी बहती थी। गौ माता, माँ गंगा और प्रकृति के प्रति उनका अगाध प्रेम था। आज वे हम सब के बीच भौतिक रूप में तो नहीं है परन्तु अपने सेवा कार्याे से वे हमेशा जीवंत रहेंगे। दूधीबेन जस्मत भाई बोदर, केसरबेन रत्ना भाई बोदर, मनीबेन भीमजीभाई बोदर, अर्जुन भाई गगजी भाई बोदर, परशोत्तम भाई रतन भाई बोदर, नाथू भाई भीमजीभाई बोदर, मंजुल बेन नाथू भाई बोदर, दिवालीबा नाथ भाई मेघानी, लालजी भाई नाथ भाई मेघानी ने श्री जसमत भाई जी को भावभीनी श्रद्धाजंलि ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे।