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मैक्स हेल्थकेयर राजस्व के मामले में भारत की दूसरी सबसे बड़ी हेल्थकेयर श्रृंखला
देहरादून। मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट लिमिटेड (एमएचआईएल मैक्स हेल्थकेयर) ने आज घोषणा की कि समायोजन एवं व्यवस्थापन की समग्र योजना को माननीय नेषनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) से मंजूरी मिलने के आदेश मिलने के फलस्वरूप अनुमोदित योजना के अनुसार समायोजन एवं डिमजर्स की प्रक्रिया आज सफलतापूर्वक पूरी हो गई। समायोजन और व्यवस्थापन की समग्र योजना में मैक्स इंडिया लिमिटेड (मैक्स इंडिया) की सहायक स्वास्थ्य एवं सहयोगी गतिविधियों का रिसिडुअल मैक्स इंडिया (डीमर्जन के बाद) के एक समामेलन, अद्वैत एलाइड हेल्थ सर्विसेज लिमिटेड में डिमर्जर तथा रेडिएंट लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड (रेडियंट) के हेल्थकेयर व्यवसाय का मैक्स हेल्थकेयर में डिमर्जर षामिल है। अभय सोई अब एमएचआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेषक होंगे।
मैक्स इंडिया बिना किसी क्षति के आज से प्रभावी तौर पर भंग हो जाएगा और परिणामस्वरूप एमएचआईएल के इक्विटी शेयरों को संबंधित नियमों एवं विनियमों के अनुसार निर्धारित प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) दोनों में सूचीबद्ध किया जाएगा। अनुमोदित षेयर विनिमय अनुपात के अनुसार मैक्स हेल्थकेयर के इक्विटी शेयरों को मैक्स इंडिया को आबंटित करने की रेकार्ड तारीख 15 जून, 2020 निर्धारित की गई है। एमएचआईएल में रेडिएंट के हेल्थकेयर व्यवसाय के डिमर्जर की योजना में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके परिणामस्वरूप श्री अभय सोई और कोहलबर्ग क्रविस रॉबर्ट्स एंड कंपनी एल.पी. (केकेआर) मैक्स हेल्थकेयर में महत्वपूर्ण बहुमत हिस्सेदारी प्राप्त करेंगे और अंततः बीएसई और एनएसई की संयुक्त सूची में सूचीबद्ध होंगे।
एमएचआईएल के अध्यक्ष अभय सोई ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हम एक संयुक्त इकाई के रूप में अपने भविष्य को लेकर बहुत उत्साहित हैं जो देश में सर्वोत्कृश्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए हमारे आकार, पैमाने और क्षमताओं को बढ़ाएगा। एमएचआईएल भारत में दूसरी सबसे बड़ी अस्पताल श्रृंखला के रूप में उभरेगा, जिसमें प्रमुख रूप से स्थापित महानगरों, विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में इसकी क्षमताओं के महत्वपूर्ण हिस्से के साथ उच्च दक्षता वाली चतुष्कोणीय देखभाल के लिए पूर्ण दृढ़ता से स्थापित ब्रांड इक्विटी और उत्कृष्टता के केंद्र होंगे।