देहरादून । केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के द्वितीय दीक्षांत समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। अपने सम्बोधन में उपाधि प्राप्त करने वाले चिकित्सकों एवं उनके परिजनों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ऋषिकेश एम्स द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में कम समय में सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत से कदम उठाए गए हैं, जिनमें अटल आयुष्मान योजना एवं प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के साथ ही देश में एम्स की संख्या को बढ़ाकर 22 करना जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नंबर वन बनाने के लिए केन्द्र सरकार लगातार कार्य कर रही है। देश के प्रत्येक राज्य में एम्स खोलने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक तीसरी लोकसभा में एक मेडिकल कॉलेज बनाने का लक्ष्य हम वर्ष 2024 तक पूरा करेंगे। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के अनुसार अपनी जगह दूसरे के सुख का विचार करने वाला ही सच्चा ज्ञानी है। देश के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। देश के नागरिक स्वस्थ हों, दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें, इसके लिए आप सभी को अपना महत्वपूर्ण योगदान देना होगा। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है। जिससे अब तक लगभग एक करोड़ लोग लाभान्वित हुए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी शिक्षा को पूर्ण करने वाले चिकित्सकों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि की आप सभी को राज्य एवं देश की चिकित्सा सुविधाओं के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देना है। उन्होंने ऋषिकेश एम्स की प्रशंसा करते हुए कहा कि एम्स राज्य एवं आसपास के क्षेत्रों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी लगातार प्रयास कर रही है कि राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों सहित प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए राज्य के प्रत्येक परिवार को वार्षिक 5 लाख तक की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संस्थागत प्रसव को 90 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में टेली रेडियोलॉजी और टेलीमेडिसिन के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में उत्तराखण्ड देश में प्रथम है। राज्य के 13 जनपदों में से 8 जनपदों में आईसीयू स्थापित कर दिए गए हैं। आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों को हेली सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सभी उपाधि प्राप्त करने वाले चिकित्सकों को बधाई दी। उन्होंने ऋषिकेश एम्स की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एम्स की प्रगति से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि एम्स ने स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में काफी तेजी से प्रगति की है। उन्होंने कहा कि यहां से निकलने के बाद आपको मानवता की सेवा करने का अवसर मिलेगा। उपाधि पाने वाले चिकित्सकों को चिकित्सा क्षेत्र का भविष्य बताते हुए उन्होंने चिकित्सकों से देश एवं राज्य की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का अनुरोध किया। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि आप सब के जीवन में एक ऐतिहासिक पल है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश एम्स में कम समय में काफी ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने कहा कि आपके जीवन का यह महत्वपूर्ण पल आप सभी को देश और राज्य की सेवा करने के लिए हमेशा प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अपनी सेवाओं के माध्यम से देश, राज्य एवं संस्थान का नाम रोशन करेंगे।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, डॉ हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, राज्य मंत्री धन सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, विधायक एवं अध्यक्ष एम्स ऋषिकेश पद्मश्री डॉ. समीरन नंदी भी उपस्थित थे।