अमृतसर में इमरान खान के समर्थन में पाेस्टर लगाए जाने को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू निशाने पर
चंडीगढ़ । 9 नवंबर को खुलने जा रहे करतारपुर कॉरिडोर काे लेकर नया विवाद सामने आया है। पाकिस्तान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर पर जारी वीडियो को लेकर पंजाब की सियासत गर्मा गई है। पाकिस्तान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर पर जारी वीडियाे में तीन खालिस्तानी अलगाववादी नेताओं के फोटो दिखाने पर विवाद शुरू हो गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस पर बड़ी बात कही है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि इससे कॉरिडोर के पीछे पाकिस्तान का एजेंडा सामने आया है। दूसरी ओर, अमृतसर में इमरान खान के समर्थन में पाेस्टर लगाए जाने को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू निशाने पर आ गए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस बारे में सिद्धू ही बता सकते हैं। इन पोस्टरों में इमरान खान को करतारपुर कॉरिडोर का ‘रियल हीरो’ बताया गया है।अमृतसर में ये पोस्टर मंगलवार को जगह-जगह लगे मिले थे और प्रशासन इसे बाद में हटा दिया। बताया जाता है कि ये पोस्टर सिद्धू के कथित समर्थकों ने लगाए थे। इन पोस्टरों पर नवजोत सिंह सिद्धू और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तस्वीरें लगी थीं। इनमें इमरान खान और नवजोत सिंह सिद्धू काे करतारपुर कॉरिडोर का रियल हीरो करार दिया गया था। बुधवार को इस बारे में पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर सीएम अमरिंदर ने कहा, इस बारे में नवजोत सिंह सिद्धू ही बता सकते हैं। मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। सिद्धू पर है कि वह इस बारे में बताएं। कैप्टन ने कहा, ‘ सिद्धू ने हमारे पास पाकिस्तान जाने की अनुमति के लिए आवेदन भेजा था। हमने इसे विदेश मंत्रालय को इसे अग्रसारित कर दिया था। अब विदेश मंत्रालय पर है कि वह सिद्धू को पाकिस्तान जाने की अनुमति देता है या नहीं।’ कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि वहां से (पाकिस्तान से) पहले मेरे पास भी न्यौता आया था, लेकिन मैंने उसे स्वीकार नहीं किया।
कहा- इमरान के पीएम बनने से पहले ही पाक आर्मी ने सिद्धू को कॉरिडोर के बारे में बता दिया था
इससे पहले कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि करतापुर कॉरिडोर खोलने की आधिकारिक घोषणा और इमरान खान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तानी आर्मी की ओर से इस बारे में बता दिया गया था। यह कॉरिडोर खोलना पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ का छुपा एजेंडा है। यहां पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिेंंदर सिंह ने कहा, मैं ने पहले ही चेताया था कि कॉरिडाेर खोलने के पीछे पाकिस्तान का छिपा हुआ आतंकी एजेंडा है। पाकिस्तान की असली मंशा पंजाब और भारत में अशांति व आतंक फैलाने के लिए कॉरिडोर का इस्तेमाल करने की है। कैैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पंजाब सरकार इस चुनौती से निपटने को तैयार है। पत्रकारों द्वारा कॉरिडोर के लिए पाकिस्तान द्वारा आधिकारिक वीडियो में तीन खालिस्तानी नेताओं की तस्वीर दिखाने के बारे में पूछे जाने पर कैप्टन ने कहा, मैं काॅरिडोर को खोलने के फैसले के पहले दिन से इस खतरे के बारे में आगाह कर रहा हूं। कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले ही पाकिस्तान का छिपा एजेंडा उजागर हो गया है। पाकिस्तान इस तरह से पंजाब में माहौल खराब करना चाहता है।
बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने गुरु नानक साहिब के 550वें प्रकाशोत्सव को लेकर करतारपुर कॉरिडोर को खोलने और सिख श्रद्धालुओं के पाकिस्तान आने पर एक वीडियो जारी किया है। इसमें खालिस्तानी अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरांवाला, जनरल सुबेग सिंह और अमरीक सिंह के फोटो भी दिखाए गए हैं। 1984 के जून महीने में किए गए आपरेशन ब्लू स्टार के दौरान ये सभी मारे गए थे। इस वीडियो में सिखों की पाकिस्तान आने, ननकाणा साहिब गुरुद्वारा में जाने आदि को लेकर भी फुटेज दिखाई पड़ रहे हैं। बता दें कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर को खोलने के पीछे बड़ी साजिश है और इसमें उसका आतंकी एजेंडा छिपा हुआ है। उनके इस बयान की शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल और पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंदर सिंह सरीखे नेताओं ने कड़ी आलोचना की। वीडियो में इस कॉरिडोर के 2018 में रखे गए शिलान्यास वाले समारोह को भी दिखाया गया है।
बताया जाता है कि इस वीडियो में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जिस तरह मदीने से चार किलोमीटर रह गए मुसलमानों को अगर वहां जाने की अनुमति मिल जाए तो उनके चेहरों पर जो खुशी होगी, वह मुझे सिखों के चेहरों पर दिखाई पड़ रही है जिन्हें करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते गुरुद्वारा साहिब आने की इजाजत मिल रही है। समारोह में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और तत्कालीन कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी बैठे दिखाई पड़ रहे हैं। बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दो दिन पहले कहा था कि कॉरिडोर को खोलने के पीछे पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आइएसआइ का हाथ है। पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने कॉरिडोर की घोषणा से पहले और इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने से पहले इस बारे में नवजोत सिंह सिद्धू को इस बारे में बता दिया था।