लाल बहादुर शास्त्री की मौत से उठे पर्दा और बैठे एक जांच : विवेक अग्निहोत्री
मुंबई। विवेक अग्निहोत्री द ताशकंद फाइल्स नामक फिल्म लेकर आ रहे हैं, जिसमें लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु पर आधारित कहानी दिखाई जा रही है। लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु आज भी एक मिस्ट्री है और इसे लेकर ही पूरी कहानी दिखाई जा रही है। फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री से यह पूछे जाने पर कि फिल्म को एक पॉलिटिकल एजेंडा फिल्म माना जा रहा है, क्योंकि चुनाव नजदीक हैं। इस पर विवेक का कहना है कि अभी लोगों को क्या कहना है, वह उसपर नहीं जाते हैं। लेकिन देश के प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर जाते हैं और वहां जाकर उनकी मृत्यु हो जाती है और इसे लेकर अबतक कोई भी दस्तावेज नहीं हैं। यह अपने आप में शर्मनाक बात है। विवेक का कहना है कि शास्त्री कोई आम आदमी नहीं थे। देश के प्रधानमंत्री थे। और वह जिस धारा पर चल कर आगे बढ़ रहे थे और जिस तरह के बदलाव आ रहे थे, उनसे लोगों को परेशानी तो थी ही। विवेक ने बताया कि उन्होंने कुछ सालों पहले शास्त्री के जन्मदिन पर एक ट्वीट किया था। वह कहते हैं कि मैंने ट्वीट किया था कि आज गांधी जयंती के साथ लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन होता है। ऐसे में कई लोगों ने मुझे कहना शुरू किया कि मुझे इस पर फिल्म बनानी चाहिए। लेकिन जब मैंने फिल्म बनाने को लेकर जानकारी मांगनी चाही तो किसी के पास कोई जानकारी नहीं थी। मेरा मानना है कि अगर हमें सच जानने का अधिकार नहीं है तो किस लोकतंत्र की बात करते हैं हम। विवेक का कहना है कि फिल्म को लेकर उन्होंने खुद अपने निष्कर्ष से बात नहीं रखी है। मेरा मानना है कि अगर इस फिल्म के बाद एक जांच बैठ जाएगी तो उन्हें बहुत खुशी होगी। साथ ही वह कहते हैं कि वह कोई जज नहीं हैं न ही कोर्ट हैं। मेरी कोशिश है कि मैंने पर्दा हटा दिया है और अब ऐसे में क्या सच जनता मानती है और देखती है। यह जनता पर है। बता दें कि इस फिल्म को लेकर भी काफी सारे विवाद हुए हैं।