बुलंदशहर में हिंसा को लेकर शिवसेना ने भाजपा पर किया हमला
मुंबई। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हिंसा को लेकर शिवसेना ने भाजपा पर हमला किया है। शिवसेना ने पूछा है कि यह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले समुदाय का धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण तो नहीं है। ताना मारते हुए सेना ने टिप्पणी की है कि गोवा, मिजोरम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में गोवध और उसके मांस के सेवन पर प्रतिबंध है। इन राज्यों में हिंसा की घटना नहीं होती है। इसका कारण यह है कि इन राज्यों के पास बेहद कम लोकसभा सीटें हैं। पार्टी ने उल्लेख किया है कि 2014 के आम चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 में से भाजपा को 71 सीटें मिली थीं। भाजपा यह समझ चुकी है कि प्रदर्शन दोहराना संभव नहीं है। उत्तर प्रदेश के कैराना की तरह विपक्षी दल यदि एकजुट हो गए तो सत्ताधारी पार्टी आसानी से पराजित हो सकती है।
अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने कहा है, ‘क्या बुलंदशहर की घटना 2014 के पहले मुजफ्फरनगर घटना की तरह रची तो नहीं गई है। भाजपा जानती है कि 2019 का चुनाव उसके लिए आसान नहीं है। इसलिए उसने अपने धार्मिक ध्रुवीकरण हथियार का इस्तेमाल किया है।’