राजधानी देहरादून में मोहर्रम पर मुस्लिम समुदाय ने तिरंगा लेकर जगह-जगह निकाला जुसूस; किया रक्तदान
देहरादून : इमाम हुसैन की शहादत की याद में दसवीं मुहर्रम (यौम-ए-आशूरा) जगह-जगह जुलूस निकाला गया। इमाम हुसैन और उनके साथियों की याद में ताजिया निकालते हुए युवाओं ने सडकों के किनारे पड़े कूड़े को भी उठाया है। जुलूस के आगे तिरंगा भी लहराया गया। मोहर्रम पर मुस्लिम समुदाय ने जगह-जगह जुसूस निकाला। राजधानी देहरादून में जुलूस ईसी रोड से सर्वे चौक तक निकाला गया। इस दौरान मौलाना मोहम्मद अनीस आबदी ने कहा कि दुनिया का हर मजहब यही सिखाता है कि अच्छे काम करने चाहिए और किसी पर भी जुल्म नहीं करना चाहिए। उन्होंने सभी को एक संदेश दिया कि भले ही कुछ भी हो जाए लेकिन कभी भी गलत काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने बताया कि पैगंबर साहब के पौत्र इमाम हुसैन और उनके साथियों की करबला में हुई शहादत पर ताजियों का जुलूस निकाला जाता है। ये जुलूस निकालकर हम दुनिया को ये पैगाम देना चाहते हैं कि जुल्म के खिलाफ, आतंकवाद के खिलाफ, भ्रष्टाचार के खिलाफ, आतंकवाद के खिलाफ ईमाम हुसैन के विचारों को जिंदा रखा जाएगा।
मोहर्रम पर किया रक्तदान वहीं, विकासनगर में मोहर्रम पर सिया समुदाय के लोगों ने रक्तदान किया। जिसकी सभी वर्ग के लोगों ने सराहना की। रक्तदान करने वाले युवाओं ने कहा कि उनका उद्देश्य रक्तदान कर उन लोगों की जान बचाना है, जो खून नहीं मिलने के कारण अपनी जान गंवा देते हैं।