मंदिर परिसर में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देने को लेकर भीड़ का आक्रोश
रामनगर : आस्था के धाम गिरिजा मंदिर में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने से पहले ही सिख सब-इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह ने बहादुरी एवं कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देकर मिसाल कायम की। हिंदू लड़की से मिलने मंदिर परिसर पहुंच दो मुस्लिम युवकों को हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। सभी गालीगलौच करते हुए मारपीट पर उतारू थे। समय पर मौके पर पहुंचकर एसआइ ने दोनों युवकों को भीड़ के आक्रोश से बचाते हुए युवती को भी थाने ले जाकर परिजनों के सुपुर्द किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद एसएसपी नैनीताल ने एसआइ को 2500 रुपये इनाम एवं आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। गिरिजा मंदिर क्षेत्र में 22 मई को हिंदूवादी संगठनों ने काशीपुर के तीन युवकों को एक हिंदू युवती के साथ पकड़ा था। इनमें से दो युवक मुस्लिम थे। मंदिर में प्रवेश से भड़के हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं का गुस्सा दोनों मुस्लिम युवकों पर फूट पड़ा था। युवती को भी खरी-खोटी सुनाते हुए कार्यकर्ताओं ने दोनों युवकों के साथ गालीगलौच व मारपीट शुरू कर दी। मंदिर परिसर में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देने को लेकर भीड़ का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा था। इसी बीच मंदिर परिसर में ड्यूटी पर तैनात रामनगर कोतवाली के एसआइ गगनदीप ने आक्रोशित कार्यकर्ताओं की भीड़ से मुस्लिम युवकों को छुड़ाया। गगनदीप को इसके लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। आक्रोशित कार्यकर्ताओं को समझाते हुए वह अपने सहकर्मियों के साथ दोनों मुस्लिम युवकों व युवती थाने ले गए। जहां युवती को उसके परिजनों को सौंपा गया और दोनों आरोपित काशीपुर कटोराताल निवासी मो. आजम व टांडा उज्जैन काशीपुर निवासी इरफान उर्फ बबलू के खिलाफ पुलिस एक्ट की धारा 81 के तहत चालान की कार्रवाई की गई। कोतवाल विक्रम राठौर ने बताया कि शुक्रवार को नैनीताल में बैठक के दौरान एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी एसआइ गगनदीप को 25 सौ रुपये इनाम देने की घोषणा की। साथ ही वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मुस्लिम युवकों को गालीगलौच, मारपीट व धमकाने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। सीओ इस मामले की जांच कर रहे हैं। उधर, इस आदेश से हिंदूवादी संगठनों में भी आक्रोश फैल गया है। उन्होंने भी आंदोलन की रणनीति शुरू कर दी है।