कल आंधी तूफान ने ली 71 जानें, सबसे ज्यादा यूपी प्रभावित
नई दिल्ली । भयंकर आंधी-तूफान का खतरा अभी टला नहीं है। मौसम का कहर आज और कल भी आपको परेशान कर सकता है। मौसम विभाग ने आंधी-तूफान को लेकर 14 और 15 मई की भी चेतावनी जारी की है। उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक मौसम के बिगड़े मिजाज ने भारी तबाही मचा रखी है। हर तरफ कोहराम मचा हुआ है, काल बने मौसम ने अबतक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, रविवार को देशभर में आए आंधी-तूफान के कारण 71 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। कुल 5 राज्यों के 36 जिलों में कुल 71 लोगों के मारे जाने की सूचना है। इनमें उत्तर प्रदेश में 39, आंध्र प्रदेश में 9, पश्चिम बंगाल में 4 और दिल्ली में एक की मौत हुई है। यूपी में तूफान के कारण हुई 39 मौतों पर राहत आयुक्त संजय कुमार ने कहा, ‘राज्य में तूफान ने 39 लोगों की जान ले ली है। हमें सभी मृतकों के परिजनों को 24 घंटे के मुआवजा देने का आदेश दिया गया है।’ फिलहाल के लिए इस तबाही से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। रविवार को राजधानी दिल्ली समेत उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक आई धूल भरी आंधी और तूफान ने भयंकर तबाही मचाई। आंकड़ों पर गौर करें तो मौसम का कहर अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की सांसें छीन चुका है।
आज भी तूफान की चेतावनी आंधी-तूफान का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को भी तूफान की चेतावनी जारी की है। आज उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश हो सकती है।
जड़ से उखड़े पेड़, गिरे बिजली के खंभे दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में रविवार शाम को आए आंधी-तूफान ने जमकर कहर बरपाया। अचानक बदला मौसम लोगों के लिए परेशानी लेकर आया। कल शाम से शुरू हुई धूल भारी आंधी देर रात तक भी जारी रही। घंटों लोग मेट्रो, बसों, गाड़ियों और सड़कों पर फंसे रहे। हालात ऐसे हो गए कि घरों में भी लोगों को दरवाजे-खिड़की बंद करके रहना पड़ा। तूफान की रफ्तार इतनी तेज थी कि कई जगहों पर दरवाजे-खिड़की तक उड़ गए। पेड़ जड़ सहित उखड़ गए और बिजली के खंभे भी टूट कर गिर पड़े। बिजली की आपूर्ति को भी रोकना पड़ा, जिस कारण देर रात तक लोगों को अंधेरे में रहना पड़ा। तेज आंधी और तूफान ने राजधानी दिल्ली की रफ्तार भी धीमी कर दी। रविवार को दिल्ली में 109 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी ने फिजा बदल दी। लोगों को आंधी और बारिश के कारण गर्मी से थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन इससे परिवहन व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। नतीजन, लोग घंटों मेट्रो में फंसे रहे। मेट्रो लाइन पर पेड़ गिरने और सिग्नल प्रणाली में खामी आने की वजह से मेट्रो का परिचालन बंद करना पड़ा। नोएडा सेक्टर 16 से नोएडा सिटी सेंटर तक डेढ़ घंटे तक मेट्रो परिचालन बंद रहा, जबकि कई अन्य लाइनों पर 40 मिनट तक मेट्रो के पहिए थमे रहे। खराब मौसम का असर उड़ानों पर भी पड़ा, कई फ्लाइ्टस को कैंसल करना पड़ा, तो कई का रूट डायवर्ट करना पड़ा। रविवार शाम से ही दिन में भी अंधेरा छाया रहा। एक ओर बिजली आपूर्ति बंद करने के कारण घरों में अंधेरा रहा, तो वहीं, दूसरी ओर मौसम के कहर के चलते घर के बाहर का भी ऐसा ही हाल रहा। दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा के कई इलाकों में बिजली गुल रही। तेज आंधी की वजह सड़क पर खड़े लोगों में अफरा-तफरी मची रही। पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति ठप होने से सड़क और रेल ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित रहा।
रविवार को आंधी-तूफान से 71 की मौत रविवार को मौसम ने उत्तर से लेकर दक्षिणी और पूर्व से लेकर पश्चिमी हिस्सों में खूब तबाही मचाई। जानकारी के मुताबिक 24 घंटे के दौरान आंधी, तूफान और बारिश की वजह से उत्तर से दक्षिण तक आई तेज आंधी और बारिश से 71 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा 39 मौतें उत्तर प्रदेश में हुई, जबकि आंध्र प्रदेश में नौ, पश्चिम बंगाल में चार और दिल्ली में एक की मौत हुई।