लेनिन, पेरियार के बाद अब कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को बनाया निशाना; पोती कालिख
त्रिपुरा में रूसी क्रांति के महानायक ब्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा ढहाने के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रतिमा तोड़ने की घटनाएं सामने आ रही हैं। लेनिन के बाद तमिलनाडु में पेरियार की प्रतिमा तोड़ी गई और अब भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा तोड़ने का मामला सामने आया है। दक्षिण कोलकाता के केउरातला इलाके में पार्क में लगी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को कुछ अज्ञात लोगों ने तोड़ने की कोशिश की। इन अज्ञात लोगों ने उनकी मूर्ति को कालिख से भी पोल दिया।
प्रतिमा तोड़ने पर सियासत गर्म
त्रिपुरा के बेलोनिया क्षेत्र में लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने को लेकर देशभर में सियासत गर्म है। मंगलवार को बंगाल में माकपा व अन्य वामपंथी दलों ने जकमर विरोध प्रदर्शन व जुलूस निकाले थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मूर्ति ढाहने के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। इसी बीच मंगलवार की रात को दक्षिण कोलकाता के केवड़ातल्ला इलाके में पार्क में लगी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति पर कुछ अज्ञात लोगों ने कालिख लगाने के साथ मूर्ति को तोड़ने का भी प्रयास किया।
घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत ही मूर्ति साफ करने में लग गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और पार्क के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच कर इस मामले से जुड़े लोगों को तलाश रही है। मूर्ति के निकट कुछ पोस्टर मिले हैं, जिसपर त्रिपुरा में हुई घटना के संबंध में लिखा है। इसे लेकर कहा जा रहा है कि बदले की कार्रवाई के तहत ऐसा किया गया है। मूर्ति तोड़ने की घटनाओं के मामले और न हो इसके लिए राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मूर्ति तोड़ने की घटनाओं पर नाराजगी जताई है। जानकारी के अनुसार उन्होंने इस संबंध में गृहमंत्रालय से बात की है और उन्हें इस मामले में सख्त दिखाने को कहा है। वहीं, गृहमंत्रालय ने सभी राज्यों में एडवाइजरी जारी की है।