61वें फिजियोथेरेपी सेमीनार के दूसरे दिन का शुभारम्भ राज्यपाल ले0 जनरल गुरमीतसिंह जी द्वारा किया गया
देहरादून। 61वें फिजियोथेरेपी सेमीनार के दूसरे दिन का शुभारम्भ राज्यपाल ले0 जनरल गुरमीतसिंह जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर आल इण्डिया फिजियोथेरिपी एसोसिएशन के प्रेसीडेंट डा0 संजीव झा उत्तराखण्ड, अध्यक्ष डा मनीष अरोड़ा व सहचैयर मैन डा0 एस0के0 त्यागी, आर्गेनाईज सेक्रेटरी डा0 भरत, डा0 आलोक त्यागी गोवर्नमेंट फिजियोथेरिपी एसोसिएशन के अध्यक्ष, दूर मैडिकल कालेज के डा0 राजेश मौर्य व इस फिजियोथेरिपी सेमीनार के देश एवं विदेश से आये विशेषज्ञ मौजूद रहे।
संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा0 एस0के0 पंत ने कहा कि फिजियोथेरिपी मैडिकल साईंस की एक महत्वपूर्ण बात है।
राज्यपाल महोदय ने अपने अभिभाषण में कहा कि फिजियोथेरिपीस्ट अपनी प्रतिभा को पहचाने और शोध कार्य को मैडिकल के दूसरे विषयोंके साथ मिलाकर करें। उन्होंने कहा कि आज फिजियोथेरिपी ने अलग अलग ब्रान्च में पोस्ट ग्रेज्युएशन आर्थो, न्यूरो, स्पोर्ट, शमनी, पिंडिया आदि में हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री जी के फिर इंडिया प्रोग्राम को लेकर फिजियोथेरिपिस्टों की जिम्मेदारियों का समझाया और कहा कि फिजियोथेरिपिस्टों की देख रेख में व्यक्ति स्वस्थ हो सकता है।
इस अवसर पर केन्द्र एवं राज्य के पदाधिकारियों ने उनका धन्यवाद किया।
डा0 राजेश मौर्य दून मैडिकल कालेज और डा0 आलोक त्यागी प्रदेश अध्यक्ष फिजियोथेरिपी संघ ने कहा कि इस तरह के सेमिना का देहरादून में होना उत्तराखण्ड के लिये गर्व की बात है, उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के विज्ञानिक आयोजन से समाज में फिजियोथेरिपी के विषय में होगी।