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बहुत गुणकारी होती है इलायचीः-डा0 रविनंदन मिश्र

इलायची की एक बहुत ही आकर्षक गंध है जो तंत्रिकाओं को शांत करना करता है। जब एक व्यक्ति को उदास है, उस में इलायची डाल कर बनाई गई चाय से चमत्कारी प्रभाव हो सकता है।इलायची में एंटीआक्सीडेंट होने रोगप्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ती ही है। साथ ही चेहरे पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़ती व चेहरे की चमक भी बढ़ती है। इलायची डालने से एक कप चाय का गुण कई गुना बढ़ जाता है।
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1. इलायची को मोटे तौर पर दांतों में संक्रमण के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
2.यह गैस में आराम पहुंचाने के साथ कलेजे की जलन को कम करती है।
3.इलायची का पेस्ट बनाकर माथे पर लगाएं। सिरदर्द में तुरंत आराम मिलेगा।
4.धूप में जाते समय मुंह में इलायची जरूर डालें।
5.मुंह से दुर्गन्ध आती हो, इसका इस्तेमाल करें।
6.सफर में मुंह में इलायची रखें। उल्टी नहीं आएगी।
7.सांस लेने में तकलीफ हो तो, मुंह में एक इलायची डालें, आराम मिलेगा।
8.अस्थमा और कफ के रोगी इलायची के पाउडर को शहद के साथ चाटें।
9.यदि आवाज बैठी हुई है या गले में खराश है, तो सुबह उठते समय और रात को सोते समय छोटी इलायची चबा-चबाकर खाएँ तथा गुनगुना पानी पीएँ।
10.यदि गले में सूजन आ गई हो, तो मूली के पानी में छोटी इलायची पीसकर सेवन करने से लाभ होता है।
11.सर्दी-खाँसी और छींक होनेपर एक छोटी इलायची, एक टुकड़ा अदरक, लौंग तथा पाँच तुलसी के पत्ते एक साथ पान में रखकर खाएँ।
12.बड़ी इलायची पाँच ग्राम लेकर आधा लीटर पानी में उबाल लें। जब पानी एक-चौथाई रह जाए, तो उतार लें। यह पानी उल्टियाँ रोकने में कारगर सिद्ध होता है।
13.मुँह में छाले हो जाने पर बड़ी इलायची को महीन पीसकर उसमें पिसी हुई मिश्री मिलाकर जबान पर रखें। तुरंत लाभ होगा।
14.यदि केले अधिक मात्रा मेंखा लिए हों, तो तत्काल एक इलायची खा लें। केले पच जाएँगे और आपको हल्कापन महसूस होगा।
15.अनेक लोगों को यात्रा के समय बस में बैठने पर चक्कर आते हैं या जी घबराता है। इससे मुक्ति पाने के लिएएक छोटी इलायची मुँह में रख लें।
16.पेशाब में जलन होने पर, इलायची को आंवला, दही और शहद के साथ खाएं।
17.इलायची के नियमित सेवन से रक्त संचार दुरुस्त होता है।
18.अपच होने पर इलायची, काली मिर्च को घी में मिलाकर लें।
19पेट में ऐंठन के साथ दर्द हो, तो इलायची खाएं। अच्छा महसूस होगा।
*डाॅ.रवि नंदन मिश्र*
*असी.प्रोफेसर (वाणिज्य विभाग)एवं कार्यक्रम अधिकारी*
*राष्ट्रीय सेवा योजना*
( *पं.रा.प्र.चौ.पी.जी.काॅलेज,वाराणसी*) *सदस्य- 1.अखिल भारतीय ब्राम्हण एकता परिषद, वाराणसी,*
*2. भास्कर समिति,भोजपुर ,आरा*
*3.अखंड शाकद्वीपीय*
*4.चाणक्य राजनीति मंच ,वाराणसी*
*5.शाकद्वीपीय परिवार ,सासाराम*
*6. शाकद्वीपीय  ब्राह्मण समाज,जोधपुर*
*7.अखंड शाकद्वीपीय एवं*
*8. उत्तरप्रदेशअध्यक्ष – वीर ब्राह्मण महासंगठन,हरियाणा*

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