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रमेश भट्ट ने कहा, पुस्तक में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के जीवन के अनछुए पहुलुओं
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को देर सायं राजपुर रोड स्थित एक होटल में डाॅ.नंदन सिंह बिष्ट द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘त्रिवेन्द्र एक जिन्दगीनामा-खैरासैंण का सूरज‘‘ का विमोचन किया। उन्होने डाॅ. बिष्ट को योग्य चिकित्सक के साथ ही दार्शनिक सोच का व्यक्ति बताया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि समाज हित में अच्छी सोच का होना जरूरी है। कुछ अलग सोचने से ही नयी राह प्रशस्त होती है। राज्य हित में हम सबकों सकारात्मक सौच के साथ आगे बढ़ना होगा।
इस अवसर जागर गायिका पद्मश्री बसन्ती बिष्ट ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह को सीधे सरल स्वभाव व पहाड़ के दर्द को समझने वाला व्यक्ति बताया, श्रीमती सुशीला बलोनी ने भी मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र को सहज सरल व्यक्तित्व का धनी, चरित्रवान राजनीतिज्ञ बताया, लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र को संवदेनशील व्यक्ति बताते हुए कहा कि खेरासैंण के इस सूरज से लोगों को बहुत उम्मीदें है। इस सूरज के ताप व प्रकाश से प्रदेश की शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा बेहतर होने के साथ ही विकास की लहर पूरे राज्य में तेजी से दौड़ेगी।
पद्मश्री अनिल जोशी ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र को दृढ़निश्चयी, अहंकार से परे, सरल, सुलभ व्यक्तित्व का धनी बताया, उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र का ग्रामोन्मुखी व्यक्तित्व उत्तराखण्ड को बेहतर ढ़ंग से समझता है।
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री रमेश भट्ट ने कहा कि पुस्तक में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र के जीवन के अनछुए पहुलुओं, व जीवन संघर्ष की कहानी बयान की गई है। उन्होने संघर्ष को अपना उद्देश्य तथा राष्ट्रीयता को धर्म समझा है। कृषि मंत्री रहते हुए उन्होेने कृषि व बागवानी के क्षेत्र में नये प्रयोग किये। प्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान दिलाने के लिये मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने मसूरी व नैनीताल के अलावा 13 नये पर्यटन गतंव्य बनाने की प्रभावी पहल की है।
पुस्तक के लेखक डा.एन.एस.बिष्ट ने पुस्तक की विषय सामग्री पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर सूरत, गुजरात के समाजसेवी श्री दिनेश पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।