नोएडा । कभी तत्कालीन मुख्यमंत्रियों के लिए ‘मनहूस’ साबित होता रहा नोएडा अब यूपी सीएम योगी के लिए वरदान साबित हो रहा है। योगी आदित्यनाथ तकरीबन आधा दर्जन बार नोएडा आ चुके हैं और अरबों की योजनाओं का उद्घाटन-शुभारंभ कर चुके हैं, लेकिन न तो उनकी कुर्सी पर फर्क पड़ा और न कुछ बुरा हुआ, यह है योगी का कमाल। सोच से अाधुनिक योगी आदित्यनाथ ने नोएडा आने के अंधविश्वास को पीछे छोड़ते हुए मायावती और मुलायम सिंह से बहुत आगे निकल गए हैं।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जो नोएडा के अंधविश्वास को अब भी सीने से लगाए हुए हैं, योगी के सामने ठहरते ही नहीं। योगी जहां आधुनिक सोच की बात करते हैं, वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव नोएडा को लेकर लकीर के फकीर बने हुए हैं और गाहे-बगाहे नोएडा के अंधविश्वास की बातें करते हैं।
वहीं बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि नोएडा को लेकर पीएम और सीएम का इतनी दफा दौरा हुआ हो। पीएम ने स्टार्टअप योजना, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का भी नोएडा से ही शुभारंभ किया था, जबकि इससे पहले ‘मनहूस नोएडा’ में सीएम-पीएम आने से डरते रहे हैं।
पीएम आए चार बार तो सीएम योगी नोएडा आए पांच बार
बता दें कि लंबे समय तक नोएडा के बारे में माना जाता रहा है कि इस शहर में प्रदेश का तत्कालीन सीएम आ जाए तो उसकी कुर्सी चली जाती है। इसके ठीक उलट योगी ने इस अंधविश्वास पर चोट करते हुए नोएडा शहर के पांच दौरे कर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। तकरीबन 6 महीने के दौरान योगी पांच बार नोएडा आए। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी चार साल में चार बार नोएडा आकर ऐसा काम कर दिया, जो प्रदेश के इतिहास पहले कभी नहीं हुआ।